प्रतिपादक-क्लार्क एल० हल(Clark L. Hull)-U. S .A.सन 1915 में अपनी पुस्तक Prninciples Behaviour में यह सिद्धांत दिया।
-यह सिद्धान्त आवश्यकता पर बल देता है।
-यह सिद्धांत बालक की आधारभूत आवश्यकताओं व उनके आधार पर सीखने की क्षमता के विकास पर बल देता है।
-आवश्यकता(Need) उन चालकों(Drivers)को जन्म देती है,जो व्यक्ति को क्रिया के सीखने के लिए प्रेरित करते है।
सिद्धान्त के अन्य नाम-गणतीय सिद्धान्त(Mathematical Theory),परिकल्पित निगमन सिद्धान्त(Hypothetical Deductive Theory),आवश्यकता अवकलन सिद्धान्त(Need Reduction Theory),जैवकीय अनुकूलन सिद्धान्त(Biological Adaptation Theory),उद्देश्य प्रवणता सिद्धान्त(Goal Gradient Theory)
-हल के अनुसार जीव वास्तव में एक स्व-संचालित समस्या समाधान प्रणाली(Automatic Problem-Solving System) है।
-हल=(थार्नडाइक+पावलव)दोनों के सिद्धान्त
Need को पूरा करने के लिए Response ,सीखने का सर्वश्रेष्ट सिद्धान्त हल का है।
शैक्षिक महत्व:-
1-बालकों को प्रेरित किया जाता है।
2-यह सिद्धान्त पाठ्यक्रम बनाते समय विद्यार्थियों की आवश्यकता पर बल देता है।
3-पुरुस्कार व दण्ड की व्यवस्था और प्रेरणा।
4-उद्देश्य व लक्ष्य स्पस्ट होते है।
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