Wikipedia

Search results

Showing posts with label Rorschach Ink Blot Test(रोर्शा स्याही धब्बा परीक्षण). Show all posts
Showing posts with label Rorschach Ink Blot Test(रोर्शा स्याही धब्बा परीक्षण). Show all posts

Thursday, February 24, 2022

Rorschach Ink Blot Test(रोर्शा स्याही धब्बा परीक्षण)

 

Rorschach Ink Blot Test / रोर्शा स्याही धब्बा परीक्षण

Rorschach Ink Blot Test / रोर्शा स्याही धब्बा परीक्षण 

निर्माण - Harman Rorschach

उद्देश्य - व्यक्तित्व संरचना की पहचान करना । 

परीक्षार्थी / व्यक्ति  की उम्र सीमा - निर्धारित नही । 


A Sample card of Ink Blot Test 

परीक्षण सामग्री ( Test Material )- 
  • कुल कार्ड संख्या = 10

काले व सफ़ेद कार्ड = 05  (कार्ड न. 1,4,5,6,7)

काले सफ़ेद व लाल कार्ड = 02 ( कार्ड न. 2,3 )

बहुरंगी या रंगीन कार्ड = 03 ( कार्ड न. 8,9,10 )


परीक्षण प्रक्रिया (Test Process) -

  • व्यक्ति / परीक्षार्थी के सामने एक एक करके कार्ड प्रस्तुत किया जाता है। 
  •  व्यक्ति / परीक्षार्थी से पूछा जाता है की उसे कार्ड की आकृति में क्या दिखाई दे रहा है । 
  • व्यक्ति  /परीक्षार्थी द्वारा दिये  गए उत्तरों के आधार पर व्यक्तित्व का विश्लेषण किया जाता है । 
  • परीक्षार्थी / व्यक्ति के व्यवहार का लेखन किया जाता है । 
  • परीक्षण की समय सीमा निर्धारित नहीं । 
  • व्यक्ति / परीक्षार्थी द्वारा कार्डों  पर  देने वाली प्रतिक्रियाओं की  संख्या निर्धारित नही। 
सोपान ( steps )

1 - प्रतिक्रिया (Responses )

2- प्रतिक्रिया की जाँच (Inquiry of Responses )

3- संसोधित प्रतिक्रिया देना (Improved Responses )

4- परीक्षक द्वारा प्रश्न पूछना( Questioning )

प्रतिक्रियाओं का अंकन - (Feeding of Responses)

  • स्थिति ( Location )- व्यक्ति द्वारा धब्बे के किस भाग पर प्रतिक्रिया दी गयी 
  • निर्धारक ( Determinants ) - धब्बे की वो विशेषताएँ जिनकी वजह से प्रतिक्रिया दी जा रही है 
  • विषय वस्तु ( Content ) - व्यक्ति द्वारा दी गयी प्रतिक्रियाओं को विषय वस्तु के आधार पर बाँटना 
  • मौलिक प्रतिक्रियाएँ  ( Natural Responses) - अधिक संख्या में दी गयी प्रतिक्रियाएं 
इस परीक्षण का प्रयोग करने के लिए एक अनुभवी ,प्रशिक्षित प्रशासक आवश्यक होता है 


Supreme Court of India

1.भारत का संघीय न्यायालय की स्थापना 1अक्टूबर,1937 को भारत सरकार अधिनियम,1935 के तहत की गयी थी।इसके प्रथम मुख्य न्यायाधीश सर मौरिस ग्वेयर थे।...